27 जून 2021

जयमाल के समय बदला दूल्हे का मन बगैर शादी के नौ दो ग्यारह हुआ, दुल्हन करती रही इंतजार

इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा में शादी के दौरान एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। यहां बड़े अरमानों के साथ एक युवक अपनी बरात लेकर शादी के लिए पहुंचा था। दुल्हन वालों ने भी बरातियों के स्वागत से लेकर दानदहेज की पूरी तैयारी की थी। सबकुछ सामान्य चल र​हा था। लड़का जयमाल के लिए इंतजार कर रहा था, तभी पता चला जयमाल नहीं होगा। इसी बीच लड़के के मन में संदेह हुआ कि लड़की बदल रहे है, इसलिए वह जयमाल नहीं करना चाहते इसके बाद दूल्हा बरातियों को लेकर वापस हो गया। इधर दुल्हन पक्ष के लोग अगल रस्म के लिए जब दूल्हे को खोजने लगे तो पता चला वह भाग गया। 

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 प्रतीकात्मक चित्र


यह मामला यूपी के इटावा जिले का है। यहां द्वारचार की रस्म के बाद बरात से दूल्हा रफूचक्कर हो गया। इसके बाद दूल्हे के पिता को वधु पक्ष ने थाने की राह दिखाई, लेकिन दूल्हे ने शादी से इन्कार कर दिया।बाद में रिश्तेदारों ने समझौता कराया। मामला ऊसराहार थाना क्षेत्र के कुरखा गांव का है। यहां के एक परिवार ने अपनी लड़की की शादी सरलेस निवासी रौसेन थाना सौरिख जनपद कन्नौज के साथ तय की थी। लड़की के घर वालों ने 21 जून को ही लड़के के घर पहुंच कर दान दहेज के साथ लगुन चढ़ाई थी।


24 जून को तय समय पर सरलेस कुरखा गांव में बरात पहुंची। लड़की के घर वालों ने सभी बरातियों का स्वागत सत्कार किया। वरोठा की रस्म के बाद सभी बरातियों को खाना खिलाया गया। जयमाला की रस्म पहले से तय नहीं थी, इसलिए अगली रस्म में लड़के वालों की ओर से चढ़ावा चढ़ाने के बाद भांवरे पड़नी थी।वधु पक्ष के अनुसार वह रात तीन बजे बरात में चढ़ावा लेने पहुंचा तो दो-चार बराती ही बचे थे। जब दूल्हे के पिता से चढ़ावा मांगा तो वह टाल-मटोल करने लगे। कुछ देर बाद बताया दूल्हे ने शादी करने से मना कर दिया है और वापस चला गया है।


लड़की के पिता ने जब शादी न करने की वजह पूछी तो बताया कि लड़की को शादी के लिए बदल दिया गया है। इस पर लड़की के पिता ने कहा जो लड़की देखी थी, वही लड़की है। चाहो तो घर चलकर देख लो। तब दो-तीन लड़के घर पर गए लेकिन वह भी संतुष्ट नहीं हुए।वधु पक्ष के बहुत समझाने पर भी जब दूल्हे का पिता नहीं माना तो घर वाले उसे ऊसराहार थाने ले आए और दूल्हा व उसके पिता के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। इसके बाद थाने में ही दोनों पक्षों के लोग जुटे और शादी को निरस्त कर दिया गया। वधु पक्ष की ओर से किया गया खर्चा जुर्माने के साथ देने की बात के बाद समझौता कर दिया गया। थानाध्यक्ष अमरपाल सिंह ने बताया कि थाने आए दोनों पक्षों के रिश्तेदारों ने बैठकर आपस में समझौता कर लिया है।


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