11 अप्रैल 2021

बेटे की मौत की खबर सुनते ही मां ने भी तोड़ा दम एक साथ उठी दोनों की अर्थी, परिवार पर टूटा गमों का पहाड़

पटना। बिहार की राजधानी पटना से ​मां -बेटे के अनमोल रिश्तें की अनोखी कहानी सामने आई है। इस घटना को पढने के बाद आप कहेंगे कि मां का प्यार बच्चे के लिए कभी कम नहीं होता।मां के लिए उसका बच्चा हमेशा अनमोल होता है। उसके शरीर पर वह खरोंच भी बर्दाश्त नहीं कर पाती।

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प्रतीकात्मक चित्र

मालूम हो कि पटना के रहने वाले एसएचओ अश्वनी कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। जैसे ही उनका शव उनके पैतृक निवास पहुंचा तो उनकी मां अपने बेटे को देखने दोड़ी, बेटे की शरीर पर लगी चोट को देखकर मां का हृदय कांप गया, बेटे की मौत मां बर्दाश्त नहीं कर पाई। मां ने भी दम तोड़ दिया। एक साथ मां और बेटे की मौत से पूरे घर में कोहराम मच गया। मां -बेटे की मौत की खबर सुनकर जो भी पहुंचा वह खुद को रोने से रोक नहीं पाया। 

शनिवार की शाम 3.45 में मायके से घर पहुंची थी। इसके बाद उन्हें लाडले की मौत की जानकारी हुई। यह सुनते ही वह बेहोश हो गईं। चेहरे पर बार-बार पानी देने के बाद होश में आईं। इसके बाद शहीद एसएचओ अश्विनी कुमार की मां एक ही बात बोलती रहीं कि आब केना रहबे हो बाबू। रविवार की सुबह छह बजे उनकी मौत हो गई।

मां और बेटे की मौत के बाद दोनों की अर्थी एक साथ जब घर से निकली तो हर आंखों से आंसूओं की धार फूट पड़ी । परिजनों के साथ-साथ पूरे गांव में मातम का माहौल है। शहीद एसएचओ अश्विनी कुमार के छोटे भाई प्रवीण कुमार ने बताया कि भैया की मौत का सदमा मां बर्दाश्त नहीं कर सकीं। उन्होंने बताया कि मां पिछले 14-15 साल से हार्ट की पेशेंट थी। 

पिछले साल पिता जी की भी मौत हो गई थी। इस सदमे से किसी तरह निकली थीं। लेकिन, बेटे की मौत ने उन्हें पूरी तरह से तोड़ दिया और 24 घंटे के भीतर ही उनकी मौत हो गई।अश्विनी कुमार हत्याकांड मामले को लेकर ग्रामीणों एवं परिजनों ने पैतृक गांव में बैठक की है। इसमें उन्होंने सरकार से हाईकोर्ट की निगरानी में हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही हत्याारों की स्पीड ट्रायल कराकर सजा दिलाने की भी मांग की है। 

परिजनों का कहना है कि शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए और उनके बच्चों की पढ़ाई का खर्च सरकार को उठाना चाहिए। पश्चिम बंगाल के पनतापाड़ा गांव में शनिवार की अहले सुबह ग्रामीणों ने पीट-पीट कर एसएचओ अश्विनी कुमार की हत्या कर दी थी। इस मामले में अश्वनी कुमार के साथ छापेमारी में गए 7 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। बिहार पुलिस ने इसे गद्दारी मानी है। सातों पुलिसकर्मियों पर निलंबन के अलावा भी कार्रवाई करने की बात कही गई है। पति क मौत से अश्वनी कुमार की पत्नी और बच्चे बेहाल है। पूरा परिवार गहरे सदमें में है। उनके घर पर दुख जताने आने वालों की लंबी कतार लगी हुई है।  

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