28 मार्च 2021

मां-बेटे के रिश्तों की अनोखी कहानी: मां की मौत के बाद बेटे ने भी मौत को लगाया गले

प्रतीकात्मक चित्र

 हरियाणा।
हरियाणा के सिरसा जिले से मां-बेटे के रिश्तों की अनोखी कहानी रविवार को सामने आई । यहां एक मां की मौत के बाद बेटे ने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मरने से पहले जो पत्र बेटे ने लिखा है, उसे पढकर किसी का भी दिल अभिभूत हो जाए। बेटे ने लिखा है कि मैं मां के बिना नहीं रह सकता, इसलिए मैं भी मां के पीछे-पीछे जा रहा हूं।मालूम हो कि फांसी लगाने वाले युवक की मां का दो दिन पहले देहांत हो गया था।

 परिजन उसके (अस्थियां) चुनने के लिए जाने की तैयारी कर रहे थे। उसके बेटे को जगाने के लिए कमरे में पहुंचे तो वह फंदे पर झूलता मिला। मौके से मिले सुसाइड नोट में युवक ने उसकी मां के नाम पर एक ट्रस्ट की स्थापना करने की अपील भी की है।मां के लिए जान देने वाले मृतक युवक की पहचान सिरसा के नौहरिया बाजार की मस्जिद वाली गली के 30 साल के दीपक के रूप में हुई है। 

वह चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई कर रहा था और एक निजी फोटो लैब में अकाउंटेंट के तौर पर काम करता था।उसकी मां हाई ब्लड प्रेशर और हृदयरोग रोग से पीड़ित थी। उनके हार्ट में स्टंट डला हुआ था। तबीयत बिगड़ने के बाद उसे हिसार ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया था।

मां की मौत के बाद दीपक मानसिक अवसाद में आ गया, क्योंकि घर में मां-बेटा दो ही सदस्य थे और इसी के चलते उसने अपनी भी जिंदगी खत्म करने जैसा यह खौफनाक कदम उठा लिया। इस बात का पता तब चला, जब रविवार अलसुबह नीलम देवी की अस्थियां चुनने की तैयारियों के बीच परिचित दीपक को जगाने उसके कमरे में गए। वहां दीपक छत पर पंखा लगाने वाले हुक से चुन्नी के फंदे के सहारे लटका हुआ मिला।

बताया जा रहा है कि युवक के शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें अपने मामा भवानी शंकर को संबोधित करते हुए उसने लिखा है, 'मेरी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है। मेरे बैंक अकाउंट में 30-35 लाख रुपए हैं। उन रुपयों से मेरी मां के नाम पर एक ट्रस्ट बना देना।' युवक ने अपने बैंक खातों और उनके पासवर्ड वगैरह की डिटेल भी सांझा की है।

 फिलहाल इस बारे में थाना सिटी के सब इंस्पेक्टर ओमप्रकाश का कहना है कि मृतक के मामा भवानी शंकर के बयान पर इत्‍तफाकिया मौत होने की कार्रवाई की है। वहीं मां के लिए जान देने वाले बेटे की कहानी शोसल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। जहां एक तरह आज के युवा पत्नी के प्यार में पागल होकर अपने वृद्ध मां —बाप को घर से निकालते है, वहीं इस कहानी ने युवाओं को एक बार फिर अनमोल रिश्तों को याद दिलाने का काम किया है। 

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