10 जून 2021

जेल से छूटे शराबी बेटे ने माता-पिता को लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला

खूंटी। झारखंड के खूंटी जिले से रिश्तों के कत्ल की एक कहानी सामने आई । इस कहानी का रिश्ते है अनमोल में जिक्र इसलिए कर रहे है, क्योंकि जिस बेटे को माता-पिता ने पाल पोसकर अपनी बढ़ाती की लाठी के लिए बड़ा किया था, उसनी ने लाठियों से पीटकर उन्हें दर्दनाक मौत दी। यह कहानी सुनकर बड़े—बड़ों की आंखों से पानी आ जाएगा,क्योंकि बेटे ने किसी तरह बिना दर्द को महसूस किए अपने ​माता-पिता को पीट-पीटकर मार डाला। जब बेटा मार रहा था तो वृद्ध माता-पिता केवल बेटा-बेटा कहकर रो रहे थे। 

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 प्रतीकात्मक चित्र


दिल दहलाने वाली यह घटना झारखंड के खूंटी थाना क्षेत्र के सिलादोन गांव की है। जहां मंगलवार की देर शाम राम कुमार महतो ने अपने पिता राजेंद्र महतो (65 वर्ष) और मां पिटलिया देवी (60 वर्ष) की लाठी से पीट-पीटकर मार डाला। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी बेटा फरार हो गया। एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि आवेश में आकर आरोपी पुत्र ने ही माता-पिता का हत्या कर दी।आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है।


दोहरे हत्याकांड की जानकारी होने पर ग्रामीणों ने आरोपी की खोजबीन शुरू कर दी। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला, कुछ ग्रामीण हटिया स्टेशन तक उसे तलाशने भी गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद बुधवार की सुबह पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को वापस सौंप दिया गया। परिजनों ने बताया कि राम कुमार महतो अपने माता-पिता और बूढ़ी दादी के साथ घर में रहता था, वह काफी शराब पीता था।


मंगलवार की रात उसने घर के अंदर मां-बाप को बेरहमी से मार डाला। स्थानीय लोगों ने बताया कि दिन में वह अपने पिता से पैसे की मांग कर रहा था, पिता से 500 रुपये लिया भी था। संभवतः इसी पैसे के लिए ही उसने अपने मां-बाप की हत्या कर दी। इस संबंध में एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि आवेश में आकर आरोपी पुत्र ने ही माता-पिता का हत्या कर दी, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है।अपने मां-बाप की हत्या करने का आरोपी रामकुमार महतो पहले भी अपने माता-पिता के साथ मारपीट करता था। लगभग साल भर पहले अपने पिता को पीटने के आरोप में वह जेल भी गया था। कुछ समय जेल में रहने के बाद पिता राजेंद्र महतो ने ही अपनी जमीन बेच कर उसका बेल कराया था। वह छह माह पूर्व ही जेल से बाहर निकला था.


आरोपी रामकुमार महतो अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ भी मारपीट करता था. मारपीट के भय से पत्नी पिछले दस वर्षों से मायके में ही रहती है, उसने बताया कि एक बार अपने बेटे को भी रामकुमार महतो ने मारने का कोशिश की थी। इसी कारण वह बच्चों के साथ अलग रहती है, आरोपी रामकुमार का एक बड़ा भाई श्याम कुमार महतो भी अपने परिवार के साथ अलग रांची में रहता है।

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