12 मई 2021

बेटी ने निभाया बेटे का फर्ज: बेटा बनकर किया पिता का अंतिम संस्कार

संतकबीरनगर। संतकबीरनगर में गत दिवस एक दिल झकझोर देने वाली घटना सामने आई। यहां एक बेटी ने पिता की मौत के बाद उनके शव को मुखाग्नि दी तो हर किसी कि आंखे नम हो गई। बेटी ने बेटा न होने पर पिता को बेटा बनकर इस दुनिया से विदाई दी। मालूम हो कि संतकबीरनगर के मेंहदावल कस्बे के सानीकेवटलिया के रहने वाले 58 वर्षीय व्यवसायी अशोक कांदू की दो दिन पहले तबीयत खराब हुई। तो घर वालों ने एक स्थानीय डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने बताया इनके शरीर में आक्सीजन लेवल कम हो रहा है और सांस लेने में दिक्कत है।घर वालों ने तुरंत 108 एंबुलेंस से उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।

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 प्रतीकात्मक चित्र


जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जब शव घर आया तो कोहराम मच गया। जब मृतक व्यवसायी के अंतिम संस्कार की तैयारी की गई तो सवाल यह उठा कि मृतक का अंतिम संस्कार कौन करेगा। लोगों को सोचते विचारते देखकर व्यवसायी की इकलौती बेटी 19 वर्षीय दीक्षा कांदू आगे बोलीं मैं अपने पिता की चिता को आग दूंगी। इसके बाद पंडितपुरवा में स्थित नगर पंचायत के मुक्तिधाम पर पुत्री ने कर्मकांड के नियमों का पालन करते हुए पुरोहित पिंडदान किया। उसके बाद पिता को मुखाग्नि दी।बेटी होते हुए भी बेटे का धर्म निभाया।

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मेंहदावल नगर पंचायत के सानीकेवटलिया निवासी 58 वर्षीय व्यवसायी अशोक कांदू की अचानक मौत हो जाने की खबर से हर कोई स्तब्ध रह गया। 19 वर्षीय बेटी दीक्षा का पालन पोषण व्यवसायी ने बहुत ही लाड प्यार से किया था। कभी भी बेटी के रहते बेटा न होने का गम उन्हें नहीं रहा। व्यवसायी को बेटी की शादी धूमधाम से करने का अरमान हमेशा से था। लेकिन उनका यह अरमान पूरा नहीं हो सका। इस बात की चर्चा हर किसी की जुबां पर थी।

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