मध्यप्रदेश। कोरोना वायरस की दूसरी लहर बहुत ही खतरनाक रूप से तबाही मचा रहा है। कुछ लोग तो संक्रमण की वजह से दम तोड़ रहे तो कुछ लोग इसकी वजह से डिप्रेशन में चले जा रहे है। कुछ ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के जबलपुर से सामने आया है। यहां एक महिला ने डिप्रेशन की वजह से अपनी जान दे दी। पत्नी की मौत की सूचना मिलते ही विदेश में रह रहे पति ने भी जान दे दी।
दिल को झकझोरने वाला यह मामला जबलपुर के गोरखपुर थाने का है। यहां 28 साल की नवज्योति मक्कड़ ने ससुराल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना जब जर्मनी में रह रहे पति सिमरन मक्कड़ को हुई, तो उसने भी दुखी होकर फांसी लगा ली। जर्मनी पुलिस ने इसकी सूचना गोरखपुर थाना पुलिस को दी है। मालूम हो कि नवज्योति और सिमरन की शादी 4 माह पहले हुई थी। नवज्योति पंजाब के होशियारपुर की रहने वाली थी। उसके पिता और भाई दोनों सेना में हैं और इंदौर के पास महू में तैनात हैं।
demo pic |
वह 10 दिन पहले ही मायके से जबलपुर लौटी थी। परिजनों से पूछताछ में पता चला कि नवज्योति ने गुरुवार रात होशियारपुर में अपनी मां से फोन पर बात की थी।मां ने बेटी को बहुत समझाया और अपने दामाद को भी सिमरन की निराशाजनक बातों की सूचना दी। सिमरन ने पिता हरमिंदर को फोन कर नवज्योति को समझाने को कहा। वे जब कमरे में पहुंचे तो वहां बहू का शव फंदे पर लटकता मिला। हरमिंदर ने इसकी सूचना सिमरन को दी, तो सिमरन ने जबलपुर में अपने दोस्त कुलदीप को सूचना दी और बाद में सदमे में आकर खुद फांसी लगा ली। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पत्नी ने मौत को गले लगाया
इसी तहर हरियाणा के पानीपत में स्थित अंसल सुशांत सिटी में डॉक्टर पति कोरोना संक्रमित हो गया इससे परेशान होकर डॉक्टर पत्नी ने आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह 11 बजे क्वारंटीन पति ने पत्नी के कमरे में जाकर देखा तो फंदे पर लटकी मिली। पति ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही सेक्टर 13-17 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारकर सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवाया। शनिवार को मायके पक्ष के लोगों के आने के बाद पोस्टमार्टम कराया गया। सेक्टर 13-17 थाना प्रभारी सुनीता ने बताया कि बीनू (38) पत्नी अशोक कुमार निवासी अंसल सुशांत सिटी में रहती थी। बीनू कल्पना चावला अस्पताल, करनाल में बायलोजिस्ट थीं। बीनू के पति अशोक सनौली रोड पर स्थित एक अस्पताल में डॉक्टर हैं। गुरुवार को अशोक की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। वह घर में ही अलग कमरे में क्वारंटीन हो गए थे। जिस वजह से बीनू परेशान चल रही थी। इसी कारण बीनू ने गुरुवार देर रात फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह पति अशोक ने पत्नी के कमरे में जाकर देखा तो वह फंदे पर लटकी हुई थी। पुलिस के पास सुबह 11 बजे सूचना आई। जिसके बाद उनकी टीम डॉक्टर के घर पहुंची। अंदर जाने से पहले टीम ने पीपीई किट पहनी और उसके बाद कार्रवाई शुरू की।
पति को दर्द से तड़पते देख नहीं सकीं महिला, अस्पताल की छत से कूदकर दी जान
पति के मौत के बाद छत से लगाई छलांग
ठीक इसी प्रकार इंदौर के शैल्बी अस्पताल में शनिवार काे दिल दहला देने वाली घटना हाे गई। कोरोना संक्रमण का इलाज करवा रहे पति की मौत की खबर मिलते ही 35 वर्षीय पत्नी अस्पताल पहुंची और नौवीं मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी। तुकोगंज पुलिस के अनुसार मृतका 35 वर्षीय खुशबू जैन निवासी 159 ए आशीष नगर है। खुशबू खुद भी संक्रमित थी और घर पर ही इलाज करवा रही थी।
प्रॉपर्टी ब्रोकर पति राहुल का 24 अप्रैल से हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। शनिवार शाम को खुशबू को राहुल की मौत का पता चला तो अस्पताल पहुंची। यहां पति का शव देखने के बाद बहाने से नौवीं मंजिल पर गई। वहां से अस्पताल के भीतर ही छलांग लगा दी। कूदने की आवाज सुनते ही भाई व अन्य रिश्तेदार दौड़े, लेकिन तब तक खुशबू की मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि वह वॉशरूम जाने के बहाने से ऊपर गई थी।
भोपाल के चिरायु अस्पताल की 5वीं मंजिल से 45 साल के कोविड संक्रमित ने छलांग लगा दी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव अस्पताल पहुंचाया। डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार कोरोना संक्रमितों का पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सकता है, लेकिन हम इस मामले में मेडिकोलीगल की मदद लेंगे।
मजबूर पति: पत्नी की मौत के बाद जब अपनों ने मुंह फेरा तो साइकिल से लेकर चल दिया अंतिम संस्कार करने
दुखद पहलू
लोग कोरोना की वजह से साथी के खोने के बाद खुद पर कंट्रोल नहीं रख पा रहे है, इसलिए मौत को गले लगा रहे है। दुखद बात है यह है कि यहां लोग केवल एक रिश्ता निभाने के लिए हजारों रिश्तों को बीच राह में छोड़कर जा रहे है। एक तरह तो पिता साथ छोड़ रहे दूसरी तरफ मां, ऐसे बच्चों को महामारी से उबरने में कई साल लग जाएंगे। इनसे सब के अलावा इनके माता-पिता से लेकर जाने कितने रिश्ते रोते -बिलखते जीवन गुजारेंगे।
पति की जान बचाने 'सावित्री' बनी रेनू, लेकिन कोरोना रूपी यमराज के सामने हार गई
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें