27 अप्रैल 2021

पति की जान बचाने सावित्री बनी रेनू, लेकिन कोरोना रूपी यमराज के सामने हार गई

आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से पति-पत्नी के अटूट रिश्ते की कहानी सामने आई। यहां एक कोरोना संक्रमित पति की जब तबीयत खराब हुई तो उसकी पत्नी उसे इलाज के लिए इस अस्पताल से उस अस्पताल उस अस्पताल लेकर भटकती रही। लेकिन पति को कही भी इलाज नहीं मिला। हर क्षण पति की सांसे थमती जा रही थी, पति को मरते देख पत्नी ने आखिरी समय तक उसे बचाने की कोशिश की यहां तक कि पति को बचाने के लिए अपने मुंह से सांस देती रहीं फिर भी वह अपने पति को नहीं बचा पाई।


 पति-पत्नी की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। मालूम हो कि रेनू अपने पति रवि की जान बचाने के लिए सावित्री बनने की पूरी कोशिश की, लेकिन कोरोना रूपी यमराज से हार गई। पति के इस दुनिया के जाने के बाद पत्नी बुरी तरह से टूट गई। पति के मरते ही पत्नी दहाड़े मारकर रोने लगी। यह मार्मिक सीन जिसने भी देखा उसकी आंखों सें आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे। कोरोना ने कितना लोगों को मजबूर कर दिया है, कि आज के समय में लोग ​एक -दूसरे की मदद करने से भी कतराने लगे है, जब संक्रमित की मौत हो गई और पत्नी विलाप कर रही थी तो भी कोई उसे दिलासा देने वहां नहीं पहुंचा।

पति की जान बचाने महिला ने मुंह से दी सांस,फिर भी टूट गई सांसों की डोर।


आगरा के विकास कॉलोनी के सेक्टर-7 की रहने वाली रेनू सिंघल के पति रवि सिंघल की अचानक जब तबियत बिगड़ी उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी पत्नी रेनू उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लेकर दौड़ी। रेनू अपने संक्रमित पति को इलाज के लिए इस अस्पताल से उस अस्पताल दौड़ती रही है।उसे कहीं बेड फुल होना बताया गया तो कही ऑक्सीजन की कमी। इस दौरान जब संक्रमित की सांसे अटकने लगी तो महिला ने अपने मुंह से पति के मुंह में सांसे डालने की कोशिश करती रही, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था, मजबूर महिला की गोद में पति ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। 


आगरा जिले में संक्रमित पति के इलाज के लिए महिला ऑटो में लेकर भटकती रही। संक्रमित का ऑक्सीजन स्तर काफी कम हो गया था। उसे आक्सीजन की जरूरत थी। लाख कोशिशों के बाद जब ऑक्सीजन नहीं मिली तो महिला ने अपनी सांसों से अपने पति की जिंदगी बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी काम न आई। महिला अपने पति को मुंह से सांस दे रही थी, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। पति ने ऑटो के अंदर ही अपनी पत्नी की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। यह मंजर वाकई ह़दय विदारक था। जिसने भी इस मंजर को सुना वह आंख से आंसू रोक नहीं पाया। बेबसी और लाचारी की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। रेनू ने सावित्री बनने की भरपूर्ण कोशिश की लेकिन कोरोना वायरस रूपी यमराज के सामने वह हार गई। उसकी आंखों के सामने उसके पति को कोरोना रूपी यमराज अपने साथ ले गए लेकिन वह बेबस नजरों से देखती रही। 


आगरा के विकास कॉलोनी के सेक्टर-7 की रहने वाली रेनू सिंघल के पति रवि सिंघल की अचानक तबियत खराब हो गई। रवि को सांस लेने में तकलीफ हुई तो उन्हें अस्पताल लेकर दौड़ी। रेनू पति को ऑटो से अस्पताल लेकर पहुंची। यहां उसको अस्पताल में बेड तो मिल गया लेकिन ऑटो से दोनों उतरते इससे पहले ही रवि सिंघल की हालत और बिगड़ने लगी। पति की बिगड़ती हालत देखकर महिला बेबस थी। लाचार भी इतनी कि वह कुछ न कर सकी। पति की जान बचाने के लिए महिला ने अपने मुंह से उसके फेफड़ों तक सांसें पहुंचाने भरना शुरू कर दिया। पति की जिंदगी बचाने के लिए पत्नी काफी देर तक पति को माउथ टू माउथ ऑक्सीजन देने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उसकी यह कोशिश भी नाकाम रही। कुछ देर बाद पति ने ऑटो में ही अपनी पत्नी की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। 




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