16 जून 2021

अनोखी कहानी: मां की ममता के आगे हारी मौत, मां का रूदन सुनकर बच्चा हुआ जिंदा

रोहतक। हरियाणा के रोहत जिले से मां की ममता की अनोखी कहानी सामने आईं। जिसे पढ़कर आपकों भी एक बार में विश्वास नहीं होगा। लेकिन यह कहानी सोलह आने सच है। यहां मां की ममता के आगे मौत भी हार गई। जिसे डॉटरों ने मृत घोषित करके पैक करके अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया था।वह बच्चा मां के द्वारा प्यार से बार-बार बुलाने पर जिंदा हो गया।दरअसल किला मोहल्ले के रहने वाले विजय शर्मा के पौते कुनाल शर्मा को 26 मई को दिल्ली के डाॅक्टरों ने टाइफाइड से मृत घोषित करके शव को पैक करके बेटे के पिता हितेश व मां जानवी को सौंप दिया था। पर घर आने पर मां के रोने की आवाज सुनकर उसके शरीर में हरकत हुई फिर घर वालों ने थोड़ा सा प्रयास किया और बच्चे की सांस चलने लगी, जिसे लेकर एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर पहुंचे वहां भी डॉक्टरों ने बचने के 15 फीसद चांस बताकर इलाज शुरू किया। एक मां की मुराद ईश्वर ने पूरी कर दी अब बच्चा पूरी तरह स्वस्थ्य होकर अपनी मां के आंचल में आ गया। 


26 मई को दिल्ली के अस्पताल में 6 वर्षीय कुनाल की मौत के बाद उसके माता पिता की जैसे दुनिया ही उजड़ गई थी। दुखी मन से बेटे का शव लेकर अपने गांव बहादुरगढ़ के लिए चल दिए। घर पहुंचते-पहुंचते रात हो  गई इसलिए घर वालों ने सुबह अंतिम संस्कार करने को तय किया। रात में बेटे के शव के पास मां जानवी व बच्चे की ताई अन्नु रो रही थी। इसी बीच मां ने बच्चे को रोते हुए बार-बार प्यार से हिला कर उसे जिंदा होने के लिए पुकार रही थी। कुछ देर बाद पैक हुए शव में कुछ हरकत देखी गई तो दादा विजय शर्मा को खबर की। इसके बाद पिता हितेश ने बच्चे का चेहरा चादर की पैकिंग से बाहर निकाला व अपने लाडले को मुंह से सांस देने लगा।


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 प्रतीकात्मक चित्र



कुछ देर अपने बेटे को सांस देने के बाद जब उसके शरीर में कुछ हरकत दिखाई दी तो पड़ोसी सुनील ने बच्चे की छाती पर दबाव देना शुरू किया, जैसा इन लोगों ने फिल्मों में देखा था। इस बीच बच्चे ने अपने पापा के होठ पर काट खाया। इसके बाद मोहल्ले के लोग बच्चे को 26 मई की रात को रोहतक के एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए, जहां डाॅक्टरों ने उसे 15 फीसदी ही बचने की संभावना बताकर इलाज शुरू किया। डॉक्टरों की कोशिश और मां की ममता की वजह से बच्चा पूरी तरह से ठीक होकर मंगलवार को जब घर पहुंचा तो घर में जश्न का माहौल हो गया। 


अब बच्चे का पिता हितेश अपने मुंह पर बेटे द्वारा दिए घाव को दिखाकर बेटे के मरने और फिर जिंदा होने की खुशी मना रहे हैं। बच्चे के दादा विजय शर्मा ने बताया कि पोते की मौत पर रात को नमक की बोरी व बर्फ की व्यवस्था कर दी थी व मोहल्ले वालों को सुबह श्मशानघाट पर पहुंचने को कह दिया था। पर पोते को इस तरह जिंदा होने को वह चमत्कार बता रहे हैं। मां ने कहा कि भगवान ने उनके बेटे में फिर से सांसें डाली हैं।

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