03 अप्रैल 2021

प्रेमिका के वियोग में प्रेमी ने जान देकर अपने प्यार को कर दिया अमर

प्रतीकात्मक चित्र 

 कानपुर।
इस धरती पर हंसों के जोड़ों की प्रेम कहानी को सबसे मजबूत प्रेम कहानी माना जाता है। कहा जाता है कि हंस जीवन में एक बार ही प्रेम करता है उसी के साथ अपना जीवन गुजार देता है। यदि जोड़े में से किसी का अंत हो जाता है तो बचा हुआ प्रेमी या प्रेमिका अपनी जान दे देता है। 

हंस जोड़े को मरना मंजूर होता है, लेकिन बिछुड़ कर जीना गवारा नहीं होता है। रिश्ते है अनमोल में आज हम एक अनोखी प्रेम कहानी का जिक्र कर रहे है। इस कहानी की शुरूआत करते है कानपुर जेल से जहां शुक्रवार शाम को एक कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। क्योंकि उसकी प्रियतमा ने उसके वियोग में कुछ दिन पहले अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी। 

प्रेमिका की मौत की खबर से प्रेमी निराश हो गया था, वह गुमशुदा रहने लगा था। प्रेमिका मौत के गम में उसने चौथे दिन जेल में फांसी लगाकर अपनी प्रियतमा से मिलने इस दुनिया से अलविदा कह गया। शायद उसके मन में यहीं थी अब इस जन्म में जब हमारा मिलन नही होगा तो अगले जन्म में मिलने के लिए मैं तुम्हारे पीछे—पीछे आ रहा हूं। 

प्रेम के दर्दनाक अंत की कहानी जिसने भी सुनी उसके आंखों में आंसू आ गए । जहां एक तरफ लोग शारीरिक सुख के लिए प्रेम का नाटक करते है, वहीं इस युवक ने अपनी प्रेमिका के गम में अपनी जान देकर यह साबित कर दिया कि प्यार अमर होता है.

 बता दे कि गोपालपुर निवासी 25 वर्षीय समरबहादुर उर्फ श्यामजीत का गांव की ही एक 18 वर्षीय किशोरी से प्रेम प्रसंग था। दोनों एक साथ जीना-मरना चाहते थे, लेकिन उनके परिवार वालों को उनका रिश्ता मंजूर नहीं था। घर वालों दोनों के प्यार में दीवार बन रहे  थे, इसके बाद दोनों ने अपना घर छोड़ दिया था। इसके बाद युवती के पिता ने युवक पर बेटी के अपहरण का मामला दर्ज कराया था। 

इसलिए विगत माह 4 मार्च को वह प्रेमिका के साथ कहीं चला गया था। इस पर युवती के पिता ने अगवा कर ले जाने का मुकदमा शिवली थाने में दर्ज कराया था। 20 मार्च को चौकी प्रभारी औनहां शशिकांत यादव ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। प्रेमी के जेल जाने से प्रेमिका इतनीआहत हो गई थी कि उसने 30 मार्च को घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। 

प्रेमिका की मौत की खबर जब प्रेमी को जेल में लगी तो वह बेचैन हो उठा। प्रेमी समरबहादुर जेल में गुमसुम रहने लगा था। ​प्रेम वियोग में उसने शुक्रवार देर शाम अपनी बैरक के रोशनदान के सहारे अंगौछे से फांसी लगाकर जान दे दी। जेल कर्मियों ने उसका शव देखा तो अफरा तफरी मच गई। 

जेल अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जेल अधिकारियों ने परिवार को सूचना दी। जेलर कुश कुमार ने बताया कि रोशनदान से फांसी लगाई है। वहीं इस दर्दनाक प्रेम कहानी के अंत से हर किसी के आंखों में आंसू आ गए । लोग इसकी चर्चा कर रहे हैं कि यह एक हंसों को जोड़ा था, जो एक-दूसरे से बिछुड़ने के गम में दुनिया को छोड़ गया। 

कोई टिप्पणी नहीं: