हरियाणा। हरियाणा के सिरसा जनपद के एक प्रेमी-युगल को विवाह करना इतना भारी पड़ेगा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था, कि उनके प्यार की सजा दोनों के पूरे परिवार को भुगतनी पड़ेगी। उन दोनों का गुनाह बस इतना था कि दोनों का गांव और गोत्र एक ही है। जो उनके समाज को मंजूर नहीं है, इस पंचायत ने दोनों के परिवार का हुक्का-पानी बंद करा दिया। गांव के मंदिर में मुनादी करवाकर लड़के के परिवार का गांव की दुकान से राशन देने पर पाबंदी लगा दी गई है। लड़के ने सोशल मीडिया पर प्रशासन से न्याय की आवाज उठाई।
प्रतीकात्मक फोटो |
गांव की पंचायत ने लड़के के परिवार का हुक्का-पानी बंद करने के आरोप को नकार दिया है। दंपती ने इस मामले में एसपी काे सुरक्षा की गुहार लगाते हुए गांव में हुक्का पानी बंद करने और बहिष्कार की सूचना देते हुए शिकायत दी है। इसमें 5-6 लाेगाें से जान का खतरा बताया है। विवाहिता शीला के पति रणसिंह ने सोशल मीडिया पर कहा कि गांव वालों ने पंचायत करके उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया है। उसने 2 वर्ष पहले गांव की लड़की शिला के साथ प्रेम विवाह किया था।
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इधर, गांव के सरपंच इंद्रपाल का कहना है कि पंचायत बुलाई थी, लेकिन हुक्का पानी बंद करने जैसा कोई फैसला नहीं लिया गया। लड़के व लड़की का घर आमने-सामने होने की वजह से कोई झगड़ा न हो जाए, समझाया था कि 2 साल से गांव से बाहर थे, वहीं पर रहें।
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कल को कोई नुकसान न हो जाए। वहीं, चौपटा थाना प्रभारी सत्यवान का कहना है कि ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। इस तरह के मामले हरियाणा में काफी सख्या में सामने आते रहते है। जबकि समाज में काफी बदलाव हो रहे है, लेकिन खाप पंचायतें अभी भी अपने पूर्वजों के बनाए नियमों का सख्ती से पालन करा रहे है। जबकि प्यार करने वालों के लिए उम्र जाति या गोत्र कोई मायने नहीं रखता।
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