04 अप्रैल 2021

हृदयविदारक: जन्म लेते ही अनाथ हो गया मासूम, घंटों पड़ा रहा मृत मां के आंचल में

प्रतीकात्मक चित्र

 जबलपुर।
मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक एक दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक बच्चे को जन्म देने के बाद मां इस दुनिया से चल बसीं। मां के मरने के बाद भी मासूम मां के आंचल के तले काफी देर तक पड़ा रहा है। भूख से विलखते लोगों की नजर जब पड़ी तो वहां जाकर देखा कि मां की मौत के बच्चा की तरफ देखते हुए लगातार रोए जा रहा था। 

दिल को झकझोरने वाली यह खबर जबलपुर के रांझी क्षेत्र के गोकलपुर स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से सामने आई। यहां शनिवार को खंडहर हो चुके भवन में एक नवजात रोता मिला।जन्म देते हुए समय मां इस ​दुनिया से चली गई थी, लेकिन मासूम को नहीं पता कि अब उसे जन्म देने वाली मां इस दुनिया में नहीं है। वह लगातार मां के आंचल से लिपटकर रोए जा रहा था।  शिशु को एल्गिन अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है।

शनिवार की सुबह 11.30 बजे कुछ लाेगों को नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी। खंडहर से आ रही आवाज सुनकर लोग जब वहां पहुंचे तो वहां का दृश्य देखकर हर किसी के आंख में आंसू आ गए।  एक मासूम 35 वर्षीय मृत महिला के आंचल से लिपटा रोए जा रहा था। लोगों ने तुरंत 108 एम्बुलेंस से नवजात को पहले सिविल अस्पताल रांझी और वहां से एल्गिन में भर्ती कराया गया है।

महिला के बारे में पता चला है, उसकी दिमागी हालत अच्छी नहीं थी। वह आसपास भीख मांग कर पेट पालती थी। इसी खंडहर हो चुके भवन में रह रही थी। आशंका जताई जा रही है कि किसी ने महिला के साथ रेप किया होगा। इसी से वह गर्भवती हो गई थी। शारीरिक कमजोरी के चलते वह प्रसव पीड़ा सहन नहीं कर पाई और दम तोड़ दिया। महिला ने बेटे को जन्म दिया है। हालांकि उसका वजन भी एक किलो 400 ग्राम है।

एंबुलेंस ने जब नवजात को अस्तपाल पहुंचाया तब वह भूख से बिलबिला रहा था। चेकअप के बाद नर्स ने शिशु को दूध पिलाया। रांझी टीआई आरके मालवीय के मुताबिक नवजात की मां की पहचान नहीं हो पाई है। वह लंबे समय से इंजीनियरिंग कॉलेज के खंडहर में ही रह रही है। उसकी मानसिक हालत अच्छी नहीं थी।

 महिला कैसे गर्भवती हुई।वहीं इस बच्चे की दर्दभरी कहानी शहर में चर्चा विषय बनी हुई है। हालांकि कई लोगों ने पुलिस के सामने बच्चे को गोद लेने की पेशकश की है। 

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