प्रतीकात्मक चित्र |
राजस्थान। राजस्थान के बारां जिले से रिश्तों के कत्ल की एक कहानी सामने आई है। यहां एक पत्नी ने शादी के समय पति को दिए सारे वचन को मिट्टी में मिलाकर नौकर के प्यार में पागल हो गई। यहां तक कि पति के घर में न रहने के बाद नौकर के साथ प्रेम -संबंध बनाने लगी। इस बात से बेफिक्र पति अपनी पत्नी पर पूरा विश्वास करता था। घर के सारे रुपये पैसे उसे रखने को देता था।
नौकर और मालकिन का प्यार जब परवान चढ गया तो दोनों ने मिलकर घर मालिक को दुनिया से हटाने की साजिश रच डाली। इसके लिए पत्नी ने नौकर को बीस हजार रुपये दिए और एक हत्यारे को इस साजिश में शामिल किया। गत रात्रि साजिश के तहत महिला खुद कमरे में सोने चली गई पति घर के बरामदे में सो रहा था। पत्नी ने पीछे के रास्ते नौकर और एक हत्यारे को घर में घुसाया। रात एक बजे तीनों ने घर के मालिक को मौत की नींद सुला दी।
पति की हत्या के बाद पत्नी ने हत्यारों को घर से बाहर करके खुद कमरे में सो गई । सोने से पहले और बच्चों के कमरों को बाहर से लॉक कर दिया और घर का मुख्य द्वार खुला छोड गई। खुद अपने कमरे में जाकर सो गई।
सुबह रोज की तरह दूध लेने एक भतीजा घर में आया तो घर के मालिका शव देखकर शोर मचाने लगा, भतीजे की शोर सुनकर हत्यारिन पत्नी भी आ गई और वह भी रोने लगी। तब तक घर के और लोग जाग गए। घर में रोना—पीटना मच गया।
घर के मालिक की हत्या की सूचना पर बारां एसपी विनीत कुमार बंसल मौके पर पहुंचे। जांच पड़ताल के लिए एफएसएल टीम और डॉग स्क्वायड को बुलाकर जांच करवाई गई।
इसी बीच मृतक के बच्चों ने बड़ी बहन का लिखा एक पत्र एसपी को सौंप दिया। बेटी द्वारा लिखी गई चिठ्ठी से हत्या का पूरा रहस्य खुल गया।
चिट्ठी में लिखे रहस्य के बाद जो कहानी सामने आई उसके अनुसार मृतक की पत्नी रुक्मणीबाई (40), उसके नौकर जितेंद्र बैरवा (32) के बीच अवेध संबंध थे। यह बात उसकी बड़ी बेटी जानती थी। उसने इसलिए अपने पिता को संबोधित यह पत्र लिखा था। पुलिस ने मृतक की पत्नी को हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा गुनाह कबूल कर लिया।
हत्या वाली रात जितेंद्र बैरवा व हंसराज भील हथियार लेकर प्रेमनारायण के मकान के पीछे आए। यहां प्रेमनारायण की पत्नी रुक्मणीबाई ने मकान की पहली मंजिल पर बने कमरे की पीछे वाली खिड़की से रस्सा नीचे लटकाकर जितेंद्र बैरवा व हंसराज को मकान में दाखिल करवाया।
इसके बाद देर रात तीनों ने मकान के बरामदे में सो रहे प्रेमनारायण की हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों उसी रस्सी के सहारे मौके से फरार हो गए। किसी को शक न हो, इसके लिए मृतक की पत्नी रुक्मणीबाई घर पर ही मौजूद रही। वह अपने कमरे में जाकर सो गई।
एसपी ने बताया कि प्रेमनारायण व उसकी पत्नी के बीच संबंध ठीक नहीं थे। प्रेमनारायण ने घरेलू कामकाज के लिए छीपाबड़ौद के परौलिया निवासी जितेंद्र बैरवा को 65 हजार रुपये सालाना में नौकर रखा था, जो पिछले दो साल से प्रेमनारायण के घर पर काम कर रहा था। प्रेमनारायण की गैर मौजूदगी में उसकी पत्नी व जितेंद्र बैरवा के बीच प्रेम संबंध बन गए।
मृतक की पत्नी व जितेंद्र बैरवा के अवैध संबंधो के बीच प्रेमनारायण रोड़ा बन रहा था। इसलिए दोनों ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची। इसमें मृतक की पत्नी व जितेंद्र बैरवा ने हंसराज भील निवासी रतनपुरा को हत्या में सहयोग के लिए बीस हजार रुपये राजी कर घटना को अंजाम देने का षड्यंत्र रचा।
मां द्वारा अवैध संबंध को आगे बनाए रखने के लिए पिता की हत्या कराए जाने से बच्चों का रो— रोकर बुरा हाल हो गया। एक तो पिता का उनके सिर से हाथ उठ गया, दूसरी तरफ उनकी मां हत्यारिन होकर अब जेल की सजा काटेगी। इस तरह अवैध संबंधों एक बसी बसाई रिश्तों की दुनिया को बिखेर कर रख दिया। इसलिए कहते है रिश्ते है अनमोल इसे बचाकर रखें।
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