मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जसौला गांव में एक मासूम की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई और हाथ-पैर बांध कर शव गेहूं के खेत में फेंक दिया। बच्चे का शव मिलने के बाद मां बेसुध हो उठी। मासूम की मौत से मां इतनी ज्यादा दुखी हो गई कि बोलीं अब मैं इस गांव में नहीं रहूंगी।
मैं अपने बच्चे की यादों के साथ यहां नहीं जी सकती मां की करूण रूदन सुनकर हर किसी का दिल पसीज गया। गांव में वाले मां को ढांढस बंध रहे थे, लेकिन उसके आंखों से आंसू नहीं रूक रहा था। बच्चे की हत्या की सूचना पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने फोरेंसिक टीम के साथ मौका मुआयना किया। हत्या में प्रयुक्त रस्सी और शराब का खाली पव्वा बरामद किया है। देर शाम एसएसपी ने भी गांव पहुंचकर परिवार से जानकारी ली।
यह दर्दनाक हादसा मुजफ्फरनगर के जसौला गांव का है यहां रहने वाले मजदर सुनील कश्यप का नौ वर्षीय बेटा दीपांशु गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार में पढ़ता था। शनिवार को वह स्कूल से आने के बाद गांव में खेलने चला गया था।
जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटा तो परिवार वाले उसकी तलाश की और गांव में लाउडस्पीकर से उसके गुम होने का एनाउंसमेंट भी कराया। इस दौरान बालक के चाचा राजेंद्र और पड़ोसी बालेंद्र ने गांव के ही शिवचरण के गेहूं के खेत में दीपांशु का शव पड़ा देखकर शोर मचा दिया।
दीपांशु की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की गई थी। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे और हाथ.पैर भी बंधे थे। जानकारी मिलने पर एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गीय, सीओ आशीष प्रताप सिंह घटनास्थल पर पहुंचे।
सीओ ने बालक की मां कविता से जानकारी ली और खेतों में छानबीन की। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दीपांशु के दो भाई हिमांशु और उमंग हैं, जबकि एक बहन मन्ना है।
मृतक बच्चे की मां कविता गृहणी है। दिनभर बच्चों की देखभाल में लगी रहती है। 9 वर्षीय बेटे की मौत से मां बुरी तरह से टूट गई। मां बस यहीं कह रही थी अब वह यहां नहीं रहेगी वह अपने बेटे की याद के साथ यहां कही दूर चली जाउंगी।
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