झारखंड। झारखंड से एक अजीब प्रेम कहानी सामने आई है। यहां एक युवक का अपनी रिश्ते की मौसी के प्रेम में दीवाना हो गया। लेकिन यह रिश्ता घर वालों को नामंजूर था, इसके बाद युवक और उसकी प्रेमिका बनी मौसी घर से भागकर एक मंदिर में विवाह रचा लिया। दोनों ने शहर के हीरू नदी स्थित शिव मंदिर में शादी रचाई।
बेटे द्वारा मौसी से शादी के बाद उसके पिता कुछ बोलने को तैयार नहीं हो रहे है। इस तरह बाप- बेटा साढ़ूभाई बन गए। वहीं उसकी मां शादी परेशान है रिश्ते में बहन लगने वाली युवती को बहू के रूप में स्वीकार नहीं कर पा रही है।
प्रतीकात्मक चित्र |
चतरा में हुए इस बेमेल रिश्ते के विषय में गांव के लोगों का कहना है कि युवक का प्रेम प्रसंग अपनी ही चचेरी मौसी के साथ एक साल से चल रहा था। इधर दोनों ने शुक्रवार को हीरू नदी स्थित शिव मंदिर में शादी रचा ली। इस शादी की सूचना मिलते ही गांव के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
दोनों ने भागकर तो शादी कर ली, लेकिन परिजनों के डर से दोनों ने किसी तरह गांव के बाहर रात गुजारी इसके बाद छिपते छिपाते थाने पहुंचे। सुरक्षा की मांग की। दोनों के बालिग होने के कारण स्थानीय पुलिस ने दोनों के परिजनों को बुलाकर समझाया और पीआर बांड पर छोड़ दिया।
बताया जा रहा कि दोनों के परिजनों ने शादी को मानने से इनकार कर दिया। लेकिन दोनों प्रेमी-प्रेमिका अलग होने को तैयार नहीं हुए। ऐसे में पुलिस ने दोनों के परिजनों को बहुत समझा बुझाकर फिर से रिश्ते को मंजूरी दिलवा दी।
बेटे और मौसी के पहले प्रेमी-प्रेमिका फिर पति-पत्नी की खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। युवक -युवती ने भले ही अपनी खुशी के लिए एक सामाजिक रिश्ते को कलंकित किया हो , लेकिन यह न तो सामाजिक रूप से सही और नही वैज्ञानिक रूप से क्योंकि रिश्तों में शादी होने के बाद जो बच्चे पैदा होते है उनमें कुछ न कुछ कमी रह जाती है।
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