02 अप्रैल 2021

एक मां की प्रार्थना नहीं गई बेकार, चलती ट्रेन से गिरी बच्ची मिली सुरक्षित

प्रतीकात्मक चित्र

 लुधियाना।
पंजाब के लुधियाना शहर से एक चकित करने वाली कहानी समाने आई। यहां एक मां का दर्द भगवान ने समझा और उसकी बच्ची सही सलामत उसकी गोद में आ गई। दरअसल एक मां अपने तीन बच्चों के साथ ट्रेन से सफर कर रही थी। सफर के दौरान ही उसकी डेढ साल की बच्ची चलती ट्रेन की इमरजेंसी विंडो से बाहर गिर गई। 


जब मां को पता चला कि उसकी बच्ची चलती ट्रेन से नीचे गिर गई है तो उसकी तो जैसे दुनिया ही उजड़ गई। वह लगातार भगवान से अपनी बच्ची की प्रार्थना करने लगी। जानकारी होने पर ट्रेन को रोका गया। बच्ची को दो घंटे बाद एक सुनसान खेत से खोज लिया गया। किसी को उम्मीद नहीं थी कि चलती ट्रेन से गिरने के बाद भी एक बच्ची कैसे सुरक्षित बच पाएगी, शायद यह एक मां के मजबूत रिश्ते की वजह से संभव हो सका। 


पंजाब के लुधियाना से गुरुवार को यह घटना सामने आई। यहां चलती ट्रेन से एक मासूम नीचे गिर गई, लेकिन मां की प्रार्थना की वजह से बच्ची को गंभीर चोट नहीं आई। बहुत मामूल खरोंच आई। यह ट्रेन में मौजूद हर किसी के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था।


आपकों बता दें कि अमृतसर से मुंबई के बांद्रा टर्मिनल जा रही ट्रेन नंबर 12925 पश्चिम एक्सप्रेस की एक बोगी में स्थित इमरजेंसी विंडो से डेढ़ साल की एक बच्ची बाहर गिर गई। समराला के नजदीक हुए इस हादसे का पता लगते ही बच्ची की मां और ट्रेन में सफर कर रहे हर शख्स के होश उड़ हो गए।


मालूम हो ​कि जिस वक्त बच्ची ट्रेन से बाहर गिरी, उस समय उसकी मां उसे उसकी दो बड़ी बहनों के साथ सीट पर छोड़कर वॉशरूम गई हुई थी। जब वह लौटी तो उसकी 5 साल की बड़ी बेटी ने बताया कि छोटी बहन माहिरा खिड़की से बाहर गिर गई।


 यह पता लगते ही पूरी बोगी मां वैशाली शर्मा की चीखों से गूंजने लगी। एक ओर बच्ची का पता नहीं चल रहा था, दूसरी ओर ट्रेन के आगे बढ़ने के साथ दूरी और लंबी होती जा रही थी। आखिर कई मील का सफर तय करने के बाद गाड़ी को रुकवाया गया।


बच्ची के ट्रेन से गिरने की घटना का पता लगते ही न सिर्फ ट्रेन में तैनात  सुरक्षा जवानों के साथ  सफर कर रहे लोग भी बच्ची की तलाश में जुट गए। आखिर 2 घंटे की मशक्कत के बाद समराला रेलवे स्टेशन से करीब 6 किलोमीटर पहले रेलवे ट्रैक के पास खेत में बच्ची मिली। जिसे तुरंत बच्ची को समराला के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां बच्ची को आई मामूली चोट का इलाज चल रहा है। गनीमत रही कि माहिरा के साथ कोई अनहोनी नहीं हुई। 


मालूम हो कि मां  वैशाली शर्मा अपने 3 बच्चों के साथ फगवाड़ा से ट्रेन में बैठी थी और इनकी मुंबई तक की टिकट बुक थी। समराला रेलवे स्टेशन गुजरते ही वैशाली शर्मा को पता लगा कि उसकी डेढ़ साल की बच्ची माहिरा शर्मा ट्रेन की इमरजेंसी खिड़की से बाहर गिर गई है।  जवानों ने उसे खोजकर मां को सौंप दिया। 

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