23 मार्च 2021

रिश्तों की अनोखी कहानीः मुस्लिम परिवार ने हिन्दू बच्चे को अपनाया, पर कभी नहीं थोपा अपना धर्म

 

प्रतीकात्मक चित्र

  गाजीपुर। जरा सोचिए एक बच्चा बचपन में ही अनाथ हो  जाए, उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं हो ऐसे में  अगर उसे कोई मुस्लिम परिवार पाले और उसे एक   हिन्दू बच्चे की तरह परवरिश दे तो यह किसी आश्चर्य से   कम नहीं है। यह कहानी सामने आई है उत्तर प्रदेश के   गाजीपुर जिले से।

 यहां के एक मुस्लिम युवक ने 16 साल पहले एक अनाथ हिन्दू बच्चे को गोद को लिया खुद के चार बच्चे होते हुए उसे हिन्दू धर्म के अनुसार पाला, यहां तक कि 22 मार्च को उसकी हिन्दू रीति रिवाज से शादी कराई।


जब से यह कहानी सामने आई है, सभी लोग मुस्लिम परिवार की तारिफ कर रहा है। मालूम हो 16 साल पहले बचपन में ही पप्पू के माता-पिता का निधन हो गया, उसके सामने दो वक्त के निवाले के लिए भी मुश्किल हो गई


  इसके बाद उसे गाजीपुर के सेवराईं तहसील क्षेत्र के बारा गांव निवासी मोहम्मद शेर खां ने सहारा दिया। यह आश्चर्य से कम नहीं कि एक मुस्लिम परिवार में हिन्दू बच्चा एक हिन्दू बच्चे की तरह पलने लगा। जब बच्चा शादी होने के योग्य हो गया तो मुस्लिम पिता ने उसके लिए एक हिन्दू लड़की की तलाश की।


 सोमवार को उसकी हिन्दू धर्म के अनुसार बारात निकली, जब एक मुस्लिम पिता ने एक हिन्दू बेटे के सिर पर सेहरा बांधा तो सभी लोग सराहन करने से नहीं थक रहे थे। आपकों बता दें कि बारा गांव के रहने वाले पप्पू के बचपन में ही मां-बाप का निधन हो गया था। 


 उस समय उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था। ऐसे में मोहम्मद शेर खां को दया आई। उन्होंने पप्पू को गोद ले लिया। मोहम्मद शेर खां की इस ख्वाहिश पर उनके घरवालों को भी किसी प्रकार की आपत्ति नहीं थी। मोहम्मद शेर ने पप्पू को अच्छी शिक्षा दिलाई ।

 जब पप्पू की शादी की उम्र हुई तो उसकी इच्छानुसार उन्होंने उसका विवाह पूरे हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कराई।गांव के बहादुर राम ने उतरौली गांव निवासी भगवान राम की पुत्री कश्मीरा से पप्पू की शादी तय कराई तो मोहम्मदशेर खां के परिवार ने रश्म निभाई।

 अब तक पप्पू मोहम्मद शेर खां के साथ ही उनके मकान में रहता था, लेकिन अब शेर खां ने पप्पू के पुरानी झोपड़ी के स्थान पर एक कमरा बनवा दिया है जहां पप्पू अपनी पत्नी के साथ रह सकता है।

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