01 अप्रैल 2021

हे भगवान ऐसी मां किसी को नहीं देना, अपने दो बच्चों को मौत देकर घृणा की पात्र हो गई मां

प्रतीकात्मक चित्र

 बागपत।
इस दुनिया में पैदा होने के बाद एक बच्चे के लिए मां ही उसकी भगवान होती है। बच्चे के लालन—पालन की जिम्मेदारी पिता से ज्यादा एक मां पर होती है। दुनिया में मां और बच्चे का सबसे मजबूत रिश्ता होता हे। रिश्ते है अनमोल में आज हम उत्तर प्रदेश के बागपत हुए घटनाक्रम का जिक्र कर रहे है। यहां इस मां की करतूत पढकर आप भी कहेंगे हे भगवान ऐसी मां किसी को नहीं देना। 

 यहां एक मां ने अपने स्नेह को खोते हुए अपने मासूम बच्चों को दर्दनाक मौत दी। इस खबर ​को लिखते हुए भी आज मेरे हाथ कांप रहे थे, ​पता नहीं वह मां कितनी निर्दयी हो गई कि उसने अपने दो मासूम बच्चों का गला अपने हाथ से घोंट दिया। गुरुवार को एक अप्रैल को हुई इस घटना के सामने आने से न केवल उस गांव बल्कि जिसने भी इस बारे में सुना सबके मन में उस मां के प्रति घृणा के भाव पैदा हो गए। 

मां द्वारा दो बच्चों की हत्या की खबर से गांव में हडकंप मच गया है। वहीं बच्चों की मौत से पिता गहरे सदमें में चला गया है। ग्रामीणों द्वारा पुलिस को इस विषय में जानकारी दी गई। दो बच्चों की हत्या की खबर मिलते ही। पुलिस वाले तत्काल उस गांव पहुंच गए जहां दो बच्चों को उसकी मां ने मौत की नींद सुलाई थी।

 पुसिल ने जांच के बाद शवों के पंचनामा के बाद पीएम के लिए भिजवा दिया। और आरोपित महिला को गिरफ्ताकर करे थाने ले गई।  हालांकि महिला ने ऐसा क्यों किया अभी इसकी जानकारी किसी को नहीं है पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है। जांच पूरी होने के बाद ही असल वजह सामने आएगी। 

यह दिल दहला देने वाला हादसा बागपत के छपरौली के मोहल्ला कुरैशियान का है। यहां के  रहने वाले गुलाब फेरी लगाकर परिवार का पेट पालते है। गुरुवार सुबह उसकी पत्नी अंजुम ने अपने बेटे उमेर (8 वर्ष) और बेटी अलिफ्शा (5 वर्ष) का गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। जब यह खबर गांव में फैली तो लोगों के पैरों के तले से जमीन घिसक गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को गिरफ्तार कर लिया। बच्चों के शव भी पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए।


बच्चों का पिता घर में बदहवास पड़ा है। पिता को ढांढस बधाने के लिए ग्रामीणों का तांता लगा हुआ है। वहीं पिता बार-बार यहीं कहकर रो रहा है कि अब मुझे नहीं जिंदा रहना हैं जब मेरी दुनिया ही उजड़ गई तो मैं अब इस दुनिया में रहकर क्या करूंगा।   


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