प्रयागराज। प्रयागराज में शनिवार को एक मां की बेबसी देखने को मिली। दो माह में ही उसके दोनों जवान बेटे इस दुनिया से चले गए। पहले छोटे बेटे की किसी ने हत्या कर दी। इसके बाद मां किसी तरह खुद को संभाल रही थी। इसी बीच शनिवार को उसके बड़े बेटे का जब शव मिला तो उसका कलेजा फट गया।
मां की चीख रूक नहीं रही थी। एक दुखी मां का करूण क्रंदन सुनकर पूरे गांव के लोगों की आंखों से आंसू नहीं रूक रहे थे। मालूम हो कि छोटे बेटे की हत्या की गुत्थी पुलिस अभी नहीं सुलझा पाई थी, इसलिए लोगों में आक्रोश बढ गया।
परिजनों और ग्रामणों ने शव को हाइवे पर रखकर हाईवे जाम कर दिया। देखते ही देखते दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह परिवार को शांत करके जाम को खुलवाया।
यह दुखदायी मामला प्रयागराज के मऊआइमा थाना क्षेत्र के कटभर परवेजपुर गांव का है यहां के रहने वाले निवासी हरिकेश गौतम के 14 वर्षीय पुत्र आदर्श की 15 जनवरी को हत्या कर दी गई। उसका सिर बेरहमी से कुचला गया था।
पुलिस ने इस घटना में कत्ल का केस तो लिखा लेकिन दो महीने से ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद कातिलों का पता तक नहीं लगाया जा सका है। छोटे बेटे की मौत के सदमे से परिवार के लोग अभी उबर भी नहीं सके थे कि अब उन्हें एक और आघात का सामना करना पड़ गया है।
दो माह पहले मारे गए आदर्श के बड़े भाई नीरज का शव शनिवार की सुबह फूलपुर रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर के पास रेलवे लाइन पर मिला। लोगों से खबर पाकर पहुंची पुलिस को शव के पास एक कागज मिला जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह सुसाइड नोट है।
खबर पाकर नीरज के परिवार के लोग रोते बिलखते पहुंच गए। इसके बाद पुलिस द्वारा सील किए गए शव को प्रयागराज-प्रतापगढ़ राजमार्ग स्थित मऊआइमा चौराहे पर रखकर परिवार और गांव के लोग धरने पर बैठ गए। दो माह में ही परिवार के दो बच्चों की मौत से परिवार वालों का बुरा हाल है।
वहीं उन दोनों की मां बार-बार अपने बच्चों को याद करके बेहोश हो जा रही हैं। आसपाास की महिलाएं उन्हें संभालने में जुटी है। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा हैं कि उनके दोनों बेटे अब इस दुनिया में नहीं रहे।
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