27 मार्च 2021

पति बना जल्लाद पत्नी के सिर के छेनी हथौड़ी से फोड़ा, दो बेटियां हुई अनाथ

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अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में रिश्तों के कत्ल की एक कहानी शुक्रवार को सामने आई यहां एक युवक ने अपनी पत्नी की निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी। पति से जल्लाद बन युवक ने पत्नी को इतनी दर्दनाक मौत दी कि जिसे सुनकर किसी का भी कलेजा कांप जाए, जो पत्नी आज तक उसके सुख-दुख में साथ निभा रही थी, उसने उसी को इतनी बड़ी सजा दी। 


जानकारी के अनुसार अमरोहा के  गांव मंगूपुरा में पति ने कहासुनी के बाद पत्नी के सिर में छेनी मारकर उसकी हत्या कर दी। इस वारदात के बाद गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस ने पति को हिरासत में लेन ेके साथ ही मौके से छेनी और हथौड़ा बरामद कर लिए हैं। बेटी की मौत सुनकर उसके मां- पिता समेत सभी का बुरा हाल हो गया। रोते -विलखते बेटी की ससुराल पहुंचे तो कमरा खून से सना पड़ा था। 


यह दिल दहला देने वाली वारदात अमरोहा के जबपुर थानाक्षेत्र के गांव मंगूपुरा में बहेलियां जाति से ताल्लुक रखने वाले मलखान सिंह का परिवार रहता है। उनका बेटा नरवेश मजदूरी करता है। नरवेश की शादी सात साल पहले अमरोहा देहात थानाक्षेत्र के गांव निजामपुर सैंदरी निवासी रिंकू देवी से हुई थी। रिंकू पर दो बेटी हैं। बड़ी बेटी पांच और छोटी बेटी करीब एक साल की है। नरवेश का घर गांव के बाहरी छोर पर है।
ग्रामीणों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से नरवेश आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।


 यह भी सुनने को आया की आरोपित नरवेश के 30-40 हजार रुपये ससुराल वालों पर उधार थे। इसे लेकर उसका पत्नी रिंकू देवी से विवाद होता रहता था। गुरुवार शाम छह बजे पति-पत्नी के बीच कहासुनी हुई थी। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा  कि गुस्से में आकर नरवेश ने पत्नी रिंकू देवी के सिर में छेनी मार दी। हमले में रिंकू देवी (29) ने मौके पर दम तोड़ दिया। जैसे ही हत्या की खबर पुलिस को मिली, सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर अरविंद कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। 
उन्होंने घटनास्थल पर जांच पड़ताल की। 

सीओ सत्येंद्र कुमार ने भी मुआयना किया। पुलिस को रिंकू देवी का शव चारपाई पर पड़ा मिला है। पुलिस ने घटना स्थल पर छेनी-हथौड़ा भी  बरामद कर आरोपी पति को हिरासत में ले लिया।  वहीं महिला की मौत के बाद उसके बच्चे विलख रहे थे। एक तरफ तो उनके सिर से मां का हाथ उठ गया, दूसरी तरफ मां की हत्या के आरोप में पति भी जेल चला गया। अब बच्चे किसके सहारे  जीवन यापन करेंगे यहीं सोचकर गांवों वालों की आंखे आंसू से भर जा रही थ्ाी।  

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