27 मार्च 2021

पीएम हाउस के बाहर शव के लिए घर वालों और बाहर वाली के बीच हुई तकरार,जानें फिर क्या हुआ

प्रतीकात्मक चित्र

 
हरियाणा।  हरियाणा के करनाल में शुक्रवार को पीएम हाउस के बाहर हो रही तू-तू मैं- मैं ने हर किसी को सोचने के लिए मजबूर कर दिया। यहां एक मृतक के शव को लेने के लिए घर वाली बाहर वाली में काफी देर तक तकरार हुई। आपकों बता दें कि शिक्षा विभाग के एक फोर्थ क्लास कर्मचारी ने पारिवारिक कलह से आत्महत्या कर ली थी । 

आत्महत्या की खबर के बाद उसकी पूर्व पत्नी उसकी मां के साथ आ गई। इन दोनों के  अलावा मृतक युवक के साथ  लिव इन  रिलेशन में में रह रही प्रेमिका ने भी शव पर  अपना हक जता दिया। उसने न सिर्फ शव पर हक जताया, बल्कि उसे पाने के लिए वह मृतक के परिवार और पुलिस दोनों से भिड़ गई। उसने आत्महत्या तक की धमकी दे डाली। आखिर 5 घंटे की कड़ी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने चपरासी का शव उसकी मां और पत्नी को ही सौंपा।

करनाल जिले के  गांव रायपुरा जाट्टान का हरिओम पिता की मौत के  बाद उसकी जगह शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के तौर पर नौकरी पर लग गया था। इन दिनों जिला शिक्षा अधिकारी की गाड़ी चला  रहा था। गुरुवार को करीब 38 साल के हरिओम ने संदिग्ध हालात में सेक्टर 32 ग्राउंड में जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर उसकी लिव इन पार्टनर ने उसे अस्पताल में दाखिल कराया, जहां मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के दौरान सुबह करीब 9 बजे हरिओम की लिव इन पार्टनर कुछ लोगों को साथ लेकर मोर्चरी पहुंच गई। इसी बीच हरिओम की मां कृष्णा, पत्नी सुमन और अन्य परिजन भी पहुंच गए।


पीएम हाउस के बाहर दोनों पक्ष हरिओम का शव लेने के लिए अढ़  गए। दोनों पक्ष एसपी गंगा राम पूनिया के पास भी पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को भरोसा दिया कि अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। दोनों पक्ष एक बार फिर मोर्चरी पहुंचकर आमने-सामने आ गए, इसके चलते सेक्टर 32-33 के थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इस पर भी बात नहीं बनी तो  विजय देशवाल भी मौके पर पहुंचे। उनके समझाने पर भी जब दोनों में से कोई पक्ष नरम नहीं पड़ा तो आखिर कड़ी मशक्कत के बाद करीब डेढ़ बजे पुलिस ने शव हरिओम की मां को सौंप दिया।



पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच जैसे ही शव मृतक की मां और अन्य परिजनों को सौंपा तो पहले से ही आत्महत्या की धमकी दे चुकी लिव इन पार्टनर यानि प्रेमिका ने  महिला पुलिस से भिड़ गई। वह जमीन पर लेटकर विलाप करने लगी तो वहीं उनके साथ आई दूसरी महिलाएं भी महिला पुलिसकर्मियों के साथ धक्का- मुक्की पर उतर आई। पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर हालात को काबू में किया और महिला को मृतक का शव दिखाने के लिए मोर्चरी हाउस से लेकर रवाना हो गई।


पत्नी से 10 साल से अलग रह रहा था मृतक:  मृतक की मां कृष्णा देवी ने बताया कि उसका बेटे हरिओम की 2001 में शादी हुई थी। पत्नी सुमन के साथ वह ठीक-ठाक रह रहा था और उन्हें करीब तीन साल बाद ही एक बेटा भी हुआ, लेकिन करीब दस साल पहले वह करनाल आकर रहने लगा और उन्हें पता चला कि वह पंजाब के मुकेरियां, जिला होशियारपुर की रहने वाली महिला के साथ रह रहा है। जब वह उसे परेशान करती तो हरिओम उनके पास आ जाता था।


मां ने आरोप लगाए कि उसने उक्त महिला से ही मजबूर होकर आत्महत्या की है। मां कृष्णा ने बताया कि हरिओम का पत्नी सुमन से तलाक को लेकर अदालत में केस भी चला हुआ है और कोर्ट के आदेश पर वह पत्नी के  नाम करीब आठ हजार रुपये खर्च राशि के तौर पर दे रहा है।दोनों पक्षों के बीच तनाव के चलते जब पुलिस वाले  कहने लगे कि आखिर शव किसे दें।


 इस पर हरिओम की मां आगे आई और बोली की मां होने के नाते शव पर उनका हक है। उन्होंने हरिओम का करीब 17 वर्षीय बेटा व पत्नी सुमन को भी पुलिस के आगे पेश किया। लिव इन पार्टनर ने बताया कि वह हरिओम को 10 साल से जानती है और करीब डेढ़ साल पहले कलंदरी गेट गुरुद्वारे में दोनों ने शादी भी कर ली थी। वह अपने माता-पिता के घर जाता भी नहीं था और उसके साथ बेहद खुश था। 


गुरुवार को अचानक ही शाम साढ़े पांच बजे हरिओम ने उसे फोन करके कहा कि उसने किसी से कर्ज लिया हुआ है और वो लोग परेशान कर रहे हैं। इसी के चलते उसने जहर खा लिया है। उसने उसके पास एक वीडियो भी भेजा। 


महिला ने बताया कि हरिओम ने कर्ज क्यों, कितना और किससे लिया था, यह वह नहीं जानती, लेकिन उसने उसे फोन पर कहा था कि आत्महत्या का कदम न उठाएं। दोनों मिलकर कर्ज चुका देंगे।
  

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