प्रतीकात्मक चित्र
गोरखपुर। मां के लिए उसके छोटे बच्चों की सैतानियां भी प्यारी लगती है। भले ही उसके बच्चे को कोई सैतान या बदमाश कहे, लेकिन मां उसे नटखट और चंचल कहकर उसका बचाव करती है। इसके विपरित उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में मां से हैवान बनीं मां की कहानी सामने आई है।
यहां मां ने अपनी बच्चे की नादानियों से परेशान होकर उसे टंकी में डूबो कर मार डाला फिर बच्चे को ढूढने का भी ढोंग किया, लेकिन पुलिस की तेज नजरों से अपने गुनाह को छिपा नहीं पाई। यहां तक कि बेटे की मौत्ा में नाना और मौसी को भी फंसते हुए देखकर भी वह चुप रहीं। पुलिस ने जब आरोपित मां का बयान लिया तो वह बार-बार अपने बयान बदलने लगी। यहीं से पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गई। पुलिस को मां द्वारा दिए गए बयान को सुनने के बाद हर किसी का कलेजा कांप जाए।
पुलिस के अनुसार मां ने डेढ़ साल के बच्चे की शरारत से तंग आकर उसे मारने की साजिश रच डाली जब घर में कोई नहीं था तो उसने उसे छत पर लेकर टंकी का ढक्कन खोलकर उसमें बंद कर दिया। जब तक मासूम ने तड़प- तड़प कर दम नहीं तोड़ दिया, तब तक वहीं खड़ी रहीं। इसके बाद नीचे आकर अन्य काम में व्यस्त हो गई।
माता से कुमाता बनने की यह खबर गोरखपुर के बेलीपार थाना क्षेत्र के भीटी गांव में से आई हैं यहां डेढ़ साल के अनिकेत को जिंदा पानी की टंकी में डालकर मां मनोरमा ने ही मारा था। पुलिस की पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया। मां ने हत्या की जो वजह बताई उसे सुनकर हर कोई हैरान है।
भीटी गांव निवासी आनंद स्वरूप सिंह की तीन बेटियों में दो शशि और वंदना की शादी बस्ती में एक ही घर में हुई है। बीते मंगलवार को दोनों मायके आईं थीं। बहनों के आने की जानकारी होने पर छोटी बहन मनोरमा भी बेटे अनिकेत को लेकर पति धर्मेंद्र के साथ मायके आ गई। धर्मेंद्र पत्नी मनोरमा और बेटे अनिकेत को छोड़कर चले गए।
रात में करीब आठ बजे अनिकेत घर से गायब मिला। काफी तलाश करने पर भी वह नहीं मिला तो नाना आनंद स्वरूप ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस की छानबीन में बच्चे का शव पानी की टंकी में मिला। पुलिस मामले की जांच कर रही थी, इसी बीच धर्मेंद्र ने तहरीर देकर नाना और दोनों मौसी पर हत्या की आशंका जता दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। नाना और दो मौसी के साथ ही पुलिस ने मनोरमा को भी पूछताछ के लिए बुलाया।
पुलिस को मनोरमा के बदलते बयान की वजह से संदेह हो गया। इस पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मनोरमा टूट गई और सच उगल दिया। थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि केस दर्ज कर नाना और दो मौसी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी, लेकिन कोई खास तथ्य सामने नहीं आ सका।
मां से भी पूछताछ की गई। मां ने हत्या की बात कबूल कर ली है। मनोरमा ने कहा कि वह बच्चे की हरकतों से परेशान थी। उसने बच्चे के मानसिक रोगी लगने की वजह से हत्या की बात कही। नामजद आरोपी बेगुनाह मिले हैं, उन्हें छोड़ दिया गया है।
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